भारतीय क्रिकेट में शोक की लहर: पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर का हुआ निधन- BCCI

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भारतीय क्रिकेट में शोक की लहर: पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर का हुआ निधन – BCCI
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट के प्रसिद्ध ऑलराउंडर श्री सैयद अबिद अली का 12 मार्च 2025 को निधन हो गया। वह 1960 और 70 के दशक में भारतीय क्रिकेट के एक अहम और प्रभावशाली खिलाड़ी थे। उनका योगदान भारतीय क्रिकेट में हमेशा याद रखा जाएगा, विशेषकर उनकी बहुमुखी क्षमताओं के कारण, जिन्होंने उन्हें भारतीय क्रिकेट का एक दिग्गज बना दिया।
श्री सैयद अबिद अली ने भारतीय टीम के लिए 29 टेस्ट मैचों और 5 एकदिवसीय मैचों में प्रतिनिधित्व किया। उनकी ऑलराउंड क्षमताओं ने भारतीय क्रिकेट को कई ऐतिहासिक जीत दिलाई, जिनमें 1971 में इंग्लैंड और वेस्ट इंडीज के खिलाफ भारत की टेस्ट सीरीज जीत शामिल है। उन्होंने गेंदबाजी, बल्लेबाजी और क्षेत्ररक्षण में शानदार प्रदर्शन किया, जो भारतीय टीम के लिए अमूल्य साबित हुआ।
BCCI का शोक संदेश
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने श्री सैयद अबिद अली के निधन पर शोक व्यक्त किया। BCCI के अध्यक्ष श्री रॉजर बिन्नी ने कहा, “श्री सैयद अबिद अली एक सच्चे ऑलराउंडर थे, जिन्होंने क्रिकेट के खेल की वास्तविक भावना को अपनाया। 1970 के दशक में भारत की ऐतिहासिक जीतों में उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा। उनका समर्पण और बहुमुखी प्रतिभा उन्हें विशेष बनाती है। इस कठिन समय में उनके परिवार और मित्रों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएँ।”
BCCI के मानद सचिव श्री देवजीत सैकीया ने कहा, “श्री सैयद अबिद अली की ऑलराउंड क्षमताएँ और उनके भारतीय क्रिकेट में योगदान की काफी सराहना की जाती है। वह खेल के सच्चे सज्जन थे। इस दुख की घड़ी में हमारे विचार और प्रार्थनाएँ उनके परिवार और प्रियजनों के साथ हैं।”
अबिद अली का क्रिकेट करियर
श्री सैयद अबिद अली ने 1958-59 में हैदराबाद की जूनियर टीम से क्रिकेट की शुरुआत की और अगले साल रणजी ट्रॉफी में हैदराबाद राज्य टीम में जगह बनाई। शुरुआती दिनों में उन्होंने कम गेंदबाजी की और 1967 में पहला रणजी शतक बनाया। उसी साल, उन्हें अचानक भारतीय टीम में जगह मिली, जो ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड का दौरा कर रही थी।
उनका पहला टेस्ट मैच 1967 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हुआ, जहां उन्होंने अपनी पहले ही टेस्ट पारी में 33 रन बनाए और 55 रन पर 6 विकेट लेकर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में सर्वश्रेष्ठ डेब्यू गेंदबाजी का रिकॉर्ड अपने नाम किया। तीसरे टेस्ट में, उन्होंने 47 रन की पारी खेली, और अंतिम टेस्ट में 81 और 78 रन बनाए।
अबिद अली 1971 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ पोर्ट ऑफ स्पेन टेस्ट में नॉन-स्ट्राइकर थे, जब सुनील गावस्कर ने भारत के लिए जीत दिलाई। वेस्ट इंडीज के खिलाफ श्रृंखला के अंतिम टेस्ट में, उन्होंने लगातार दो गेंदों पर रोहन कन्हाई और गैरी सोबर्स को आउट कर भारतीय टीम को जीत दिलाई। कुछ महीने बाद, उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में चार विकेट से जीत दिलाने वाली बाउंड्री मारी।
कैरियर की महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ
अबिद अली ने 9 और टेस्ट मैच खेले और 1975 के विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ 70 रन बनाए। उन्होंने रणजी ट्रॉफी में हैदराबाद के लिए 2000 से अधिक रन बनाए और 100 से अधिक विकेट लिए। उनका सर्वोच्च स्कोर 1968-69 में केरला के खिलाफ 173 नॉट आउट था, और उनका सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन 1974 में ओवल में सरे के खिलाफ 6 विकेट 23 रन था।
https://www.bcci.tv/articles/2025/news/55556194/bcci-mourns-the-passing-of-syed-abid-ali